चमोली : जिले में सड़क सुविधा से वंचित होने के चलते फिर ईराणी गांव के ग्रामीणों ने गांव में बीमार हुई महिला का 6 किमी कंधों में ढोकर चिकित्सालय पहुंचाया है। ऐसे में यहां सरकार की ओर से गांवों को शत-प्रतिशत सड़क से जोड़ने के दावे हवा-हवाई साबित हो रहे हैं।
ग्राम प्रधान ईराणी मोहन सिंह नेगी बताया कि गावं में निवासी कर रही 48 वर्षीय विमला देवी की सोमवार रात्रि को अचानक तबीयत बिगड़ गई। जिस पर मंगलवार को ग्रामीणों ने कुर्सी से पालकी बनाकर विमला देवी को 6 किमी तक कंधों में ढोकर भेलतना गदेरे तक पहुंचाया। लेकिन यहां भी निर्माणाधीन सड़क पर वाहनों की आजवाही न होने के चलते ग्रामीणों को 108 सेवा की सुविधा न मिलने पर विमला की परिजनों ने निजी वाहन से उसे जिला चिकित्सालय गोपेश्वर पहुंचाया। महिला को सड़क मार्ग तक पहुंचाने वाले सबर सिंह, देव सिंह, वीरेंद्र सिंह, बलवीर सिंह, मातवर सिंह, संदीप सिंह और चंद्रमोहन सिंह का कहना है कि गांव में बुजुर्ग, गर्भवती अथवा ग्रामीण के बीमार होने पर उन्हें कंधों में ढोकर ले जाना पड़ रहा है। जबकि जन प्रतिनिधियों और सरकारों की ओर से गांवों को सड़क सुविधा से जोड़ने के वर्षों से दावे किये जा रहे हैं।