चमोली: जोशीमठ नगर के लिये 11 वर्षों से प्रस्तावित डेलीसेरा-जोशीमठ पेयजल योजना के निर्माण अब जल्द शुरु हो जाएगा। यदि सबकुछ योजना के अनुरुप चला तो 2023 के अंत तक नगर मेें योजना से पानी की आपूर्ति सुचारु कर ली जाएगी।
बता दें, जोशीमठ नगर में पेयजल आपूर्ति की दिक्कतों देखते हुए वर्ष 2010 में पैनखंडा बचाओ संघर्ष समिति ने आंदोलन के फलस्वरुप केंद्रीय मंत्री सुशील कुमार शिंदे की मध्यस्थता में एनटीपीसी की ओर से नगर की डेलीसेरा-जोशीमठ पेयजल योजना के निर्माण के लिये 10 करोड़ की धनराशि देने की सहमति जताई थी। जिस पर योजना के निर्माण की जिम्मेदारी उत्तराखंड पेयजल निगम चमोली को सौंपी गई। लेकिन चार वर्षों तक योजना के निर्माण को लेकर कोई कार्रवाई न होने के चलते संघर्ष समिति के हस्तक्षेप के बाद यहां विभाग ने वर्ष 2021 में योजना की निर्माण प्रक्रिया शुरु की। लेकिन योजना के ट्रीटमेंट प्लांट के स्थान परिवर्तन की आवश्यकता के चलते वर्तमान तक निर्माण कार्य शुरु नहीं हो सका था। ऐसे में अब योजना के संशोधन के बाद शासन से तकनीकी स्वीकृति प्रदान कर दी गई है।
डेलीसेरा-जोशीमठ पेयजल योजना के निर्माण को उच्चाधिकारियों की ओर से तकनीकी स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। योजना के निर्माण को लेकर प्रक्रिया शुरु कर दी गई है। अक्तूबर माह से यहां योजना का निर्माण कार्य शुरु कर दिया जाएगा। वहीं वर्ष 2023 के अंत तक योजना से पेयजल आपूर्ति सुचारु कर ली जाएगी।
वीके जैन, अधिशासी अभियंता, उत्तरांखड पेयजल निगम, चमोली।