उत्तराखण्ड

एसटीएफ की गैंगस्टर/इनामी अपराधियों पर ताबड़तोड़ कार्यवाही जारी

सरकारी नौकरी लगाने का लालच देकर लाखों रूपये की ठगी करके 05 साल से गायब 25 हजार रूपये के ईनामी अपराधी पूर्व ग्राम प्रधान कुंजा बहादुरपुर हरिद्वार को एसटीएफ ने चण्डीगढ़ से किया गिरप्तार

पिछले पांच सालों से अपना नाम पता वेष बदलकर होटल में छिप कर रह रहा था, शातिर ठग। हर बार अपना ठिकाना बदलकर हो जाता था, गायब

जनपद हरिद्वार में कई लोगों से लाखों रूपये की ठगी करके हो गया था चंपत* *विगत 15 दिवस में एसटीएफ टीम ने किये 07 कुख्यात ईनामी अपराधी गिरप्तार

देहरादून। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ आयुष अग्रवाल द्वारा ईनामी अपराधियों के खिलाफ चलायी जा रही मुहिम का ही परिणाम है कि आज एसटीएफ टीम द्वारा एक ऐसे शातिर ठग को चण्डीगढ़ जाकर गिरप्तार करने में कामयाबी प्राप्त की है जो पिछले 05 सालों से पुलिस को छकाता रहा है। इसकी गिरप्तारी हेतु प्रारम्भ में 05 हजार रूपये की घोषणा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार द्वारा की गयी थी, परन्तु यह ठग इतना शातिर था कि पुलिस से बचने के हर हथकण्डे अपनाता रहता था, जिसके कारण अभी तक पुलिस की गिरप्त में नहीं आ सका था, जिस कारण से पुलिस उपमहानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरिद्वार द्वारा इस अभियुक्त की गिरप्तारी हेतु 25 हजार रूपये के इनाम की घोषणा की गयी थी।* इस बार इसकी गिरफ़्तारी हेतु ठोस कार्ययोजना बनायी गयी और एसटीएफ के बिछाये जाल में फंस गया। गौरतलब है कि अभियुक्त अमर सिंह ग्राम कुंजा बहादुरपुर हरिद्वार का पूर्व ग्राम प्रधान था और अपनी ग्राम प्रधानी के दौरान ही उसके द्वारा अपने प्रभुत्व का इस्तेमाल कर कई लोगों को इस झांसे में ले लिया था कि वह उनकी नौकरी राजकीय इंटर कॉलेज में क्लर्क के पद पर अथवा बीएचईएल हरिद्वार में लगा सकता है । इस व्यक्ति द्वारा नौकरी लगाने का झांसा देकर कई लोगों से लाखों रुपए प्राप्त करके एक दिन अचानक जनपद हरिद्वार से गायब हो गया और अपने पूरे परिवार से संपर्क भी खत्म कर लिया । जिस पर कोतवाली रूड़की में अमर सिंह के विरुद्ध धोखाधड़ी का मुकदमा वर्ष 2018 में दर्ज किया गया था। तब से अभियुक्त लगातार फरार चल रहा था। *इसी क्रम में आज पुलिस अधीक्षक एसटीएफ चंद्र मोहन सिंह द्वारा बताया गया की हमारी एसटीएफ की एक टीम कोतवाली रूड़की से वर्ष 2018 से घोखाधड़ी के एक मामले में वाछित शातिर अमर सिंह को पकड़ने के लिये पिछले काफी प्रयास कर रही थी, परन्तु वह काफी प्रयास के बाद भी अब तक गिरप्तार नहीं हो सका था, क्योंकि वो हर माह में अपना नया ठिकाना बदल लेता था। इस अभियुक्त की गिरप्तारी हेतु पुलिस उप महानिरीक्षक हरिद्वार द्वारा 25 हजार रूपये की ईनाम की घोषणा की गयी थी। इस बार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल द्वारा अभियुक्त अमर सिंह के लगातार ठिकाने बदलने के पैटर्न को विष्लेषित कर एसटीएफ टीम को एक नयी रणनीति बनाकर इस अभियुक्त की गिरप्तारी हेतु पुनः निर्देशित किया गया। परिणाम स्वरूप एसटीएफ की टीम द्वारा इस शातिर अपराधी को चण्डीगढ़ के एक होटल “गोल्डन जन्नत” में दबिश देकर गिरफ़्तारी की गयी है।

अमर सिंह होटल में अपना वेश बदलकर रखता था,ताकि कोई उसे पहचान न सके,और हर महीने राजस्थान के नागौर जिले में स्थित ओशो ध्यान सेंटर में जाया करता था। गिरफ्तार अपराधी का नाम अमर सिंह पुत्र सुखवीर सिंह निवासी- कुंजा बहादुरपुर, भगवानपुर, हरिद्वार ईनाम राशि 25000 का इनामी गैंगस्टर।

पुलिस टीम का विवरण–

1.उ0नि0 विपिन बहुगुणा

2.उ0नि0 नरोत्तम विष्ट

3.कां0 प्रमोद

4.कां0 देवेन्द्र मंमगाई

5.कां0 रवि पन्त

6.कां0 दीपक चन्दोला

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