देहरादून। जनपद के विकासनगर क्षेत्र में त्यूणी पुल के समीप एक बहुमंजिला मकान में गुरुवार शाम भीषण आग लग गयी। इस आग में जलने से चार मासूम बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई। जबकि कई लोग झुलस गये हैं। एक ही परिवार के चार मासूमों की मौत से गांव में मातम पसरा हुआ है। वहीं आग बुझाने के लिए आई फायर ब्रिगड की गाड़ी में पानी न होने पर भी ग्रामीणों ने रोष जताया है।
जानकारी के अनुसार विकासनगर के त्यूनी पुल के पास सूरत राम जोशी का घर है। जो शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त हैं। बताया जा रहा है कि इस बहुमंजिला मकान में जोशी के परिवार सहित छह परिवार रहते थे। शाम को लगभग पांच बजे घर से आग की लपटें निकलती दिखाई दीं और फिर एक के बाद एक तीन-चार धमाकों की आवाज आई। जिसपर लोग उस ओर दौड़ पड़े। घर में लगी भीषण आग को देख कर वहां अफरा-तफरी मच गई। लोगों का कहना है कि मकान में कई सिलेंडर थे जो आग लगने के बाद एक-एक कर फटते गये और आग फैलती गई। इस अग्निकांड में सेजल (ढाई साल), मिष्टी (5), सोनम(9) और रिद्धी (10) की दर्दनाक मौत हो गयी।
सूचना पर फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंची लेकिन उसमें पानी ही नहीं था जिस वजह से तुरंत आग बुझाने का कार्य शुरू नहीं किया जा सका। इस वजह से आग और विकराल हो गई। अगर समय से आग बुझाने का काम शुरू हो जातो तो शायद चार मासूम जिंदगियों को बचाया जा सकता था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार उस समय तक एक ही कमरे में आग लगी थी। बिना पानी के आए फायर ब्रिगेड की गाड़ी को देखकर ग्रामीणों ने हंगामा कर दिया। सीएफओ राजेंद्र खाती के अनुसार हिमाचल के जुबल और उत्तरकाशी के मोरी से वॉटर टैंकर मौके पर पहुंचे। एक गाड़ी विकासनगर से भी भेजी गई तब जाकर आग को बुझाया गया। बताया जा रहा है कि मकान के निचले हिस्से में एक राशन का गोदाम, एक फर्नीचर की दुकान और एक सिलाई की दुकान थी। जो आग में खाक हो गयी।
वहीं चकराता विधायक प्रीतम सिंह ने इस भीषण अग्निकांड पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि इस अग्निकांड में 4 मासूम बच्चों की मौत से वे बेहद आहत हैं। उन्होंने कहा कि वे ईश्वर से हादसे के मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं। उन्होंने सरकार व प्रशासन से पीड़ित परिवारों को तत्काल हर संभव सहायता पहुंचाने और हादसे के मृतकों के परिजनों को यथोचित मुआवजा तथा अग्निकांड में हुए नुकसान की यथाशीघ्र क्षतिपूर्ति देने की मांग भी की है।
वहीं एसएसपी/डीआईजी दलीप सिंह कुंवर ने कहा है कि मकान में आग लगरने की सूचना पर थाना त्यूणी, मोरी तथा हिमाचल प्रदेश से पुलिस बल तथा त्यूणी व मोरी फायर स्टेशन से दमकल के वाहन मौके पर पहुँचे। चूंकि यह मकान लकड़ी का बना हुआ था, जिसमें गैस सिलेंडर फटने के कारण दमकल के वाहनों के पहुंचने तक आग ने वीभत्स रूप धारण कर लिया गया था। मौके पर पहुंचे दमकल कर्मियों ने बामुश्किल आग पर काबू पाया। भवन में अत्यधिक धुआं होने के कारण राहत व बचाव कार्य में मुश्किल आई लेकिन फायर सर्विस, एसडीआरएफ व पुलिस कर्मियों ने लगातार राहत और बचाव कार्य किया गया। वहीं इस घटना की उच्च स्तरीय जांच के निर्देश दे दिए गए हैं। साथ ही पुलिस कप्तान ने कहा है कि यदि इस घटना में फायर यूनिट की ओर से किसी प्रकार की कोई देरी अथवा लापरवाही सामने में आती है तो संबंधित के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने लोगों से अपील की है कि मौके पर शांति व्यवस्था बनाए रखें व पुलिस प्रशासन का राहत व बचाव कार्य में सहयोग करें।