नौ महीने से दे रहा था पुलिस को चकमा, पत्नी से मिलने आया और धरा गया
देहरादून। हरिद्वार में दो चीता पुलिसकर्मियों को गोली मारकर भागने वाले एक लाख के इनामी कुख्यात को उत्तराखंड एसटीएफ ने विकासनगर से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस कर्मियों से मुठभेड़ के दौरान आरोपी ने कई राउंड फायर किए थे। जिसमें चीता पुलिस के 2 जवान गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने पत्रकार वार्ता के दौरान बताया कि 16 अक्टूबर 2022 को हरिद्वार के थाना लक्सर क्षेत्र में चीता पुलिसकर्मियों को जानकारी मिली थी कि कुछ बदमाश लक्सर के एक सुनार को लूटने के इरादे से आए हुए हैं। इन बदमाशों की लोकेशन मिलने पर चीता पुलिस के दो जवान कांस्टेबल सुरेंद्र शर्मा और कांस्टेबल पंचम लक्सर बालावली पुल के पास पहुंचे तो वहां तीन बाइक सवारों को देखा।
पुलिसकर्मी इनसे पूछताछ करने लगे तो बदमाशों ने उन पर फायर झोंक दिए। इस मुठभेड़ के दौरान एक बदमाश को कॉन्स्टेबल सुरेंद्र शर्मा ने दबोच लिया था लेकिन अन्य बदमाशों ने पुलिसकर्मियों पर कई राउंड फायर कर दिए। जिससे कॉन्स्टेबल पंचम के पैर में गोली लग गई और बदमाश भाग गया।
इसी बीच लक्सर थाना से दूसरे चीता कर्मी कांस्टेबल सत्येंद्र व राजेंद्र वहां पहुंचे और बदमाशों का पीछा किया लेकिन बदमाशों की फायरिंग से राजेंद्र सिंह के पैर में भी गोली लग गई। पुलिसकर्मी जब अपने साथ अपने घायल साथियों को संभालने में लगे हुए थे तो बदमाशों ने मौके का फायदा उठाया और फायरिंग करते हुए वहां से भाग गए।
इस सनसनीखेज घटना से क्षेत्र में काफी दहशत फैल गई थी। पुलिस जांच में इस घटना में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 5 बदमाशों साबिर, अताउल खान, नौशाद, जावेद और फुरकान के नाम सामने आए थे। इन्हें मोटरसाइकिल और असलाह उपलब्ध कराने वाले दो अन्य लोगों को आरोपी नौशाद ,अताउल खान और साबिर को हरिद्वार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।
मुख्य आरोपी फुरकान और जावेद तब से फरार चल रहे थे। इनमें से एक आरोपी और एक लाख के इनामी फुरकान को एसटीएफ ने कुछ समय पहले ही बिहार से गिरफ्तार किया था। जावेद पर भी पुलिस मुख्यालय ने एक लाख का इनाम घोषित किया था। जावेद की गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ हरियाणा, पश्चिम उत्तर प्रदेश, दिल्ली और राजस्थान आदि कई जगहों पर दबिश दे चुकी थी।
एसटीएफ की लगातार कोशिशों के बावजूद जावेद का कोई सुराग नहीं मिल पा रहा था क्योंकि ना तो वह कोई फोन ही उस प्रयोग कर रहा था और ना ही अपने रिश्तेदारों से कोई संपर्क कर रहा था। एसटीएफ ने अपनी रणनीति बदलते हुए मैनुअल फैमिली चार्ट के अनुसार काम किया जिससे पता चला कि जावेद का ससुराल देहरादून के विकास नगर में कुंजा गांव में है। जावेद की पत्नी वहीं रह रही थी।
एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल ने बताया कि पुलिस को अंदेशा था कि जावेद अपनी पत्नी से मिलने जरूर आएगा। आज जब एसटीएफ को जावेद के ससुराल आने की सूचना मिली तो इंस्पेक्टर अबुल कलाम ने विकासनगर पुलिस के साथ जावेद की ससुराल में छापा मारा और उसको गिरफ्तार कर लिया।
जावेद पुत्र इदरीश निवासी ग्राम लंढोरा गुर्जर, थाना रामपुर मनिहारान, जनपद सहारनपुर, पश्चिम उत्तर प्रदेश के कुख्यात मुकीम काला जैन का सक्रिय सदस्य रहा है। मुकीम काला की मौत के बाद इसमें साबिर गैंग के साथ मिलकर लूट और डकैती जैसी घटनाएं करी। जावेद पर उत्तर प्रदेश के थाना कैराना जनपद शामली, हरिद्वार और सहारनपुर में 15 मुकदमे दर्ज हैं।
ये रहे पुलिस टीम में शामिल
एसआई यजुवेंद्र बाजवा, दिलबर नेगी, विद्याधर जोशी, प्रदीप चौहान, बृजेंद्र चौहान, संजय कुमार, महेंद्र सिंह नेगी और मोहन असवाल।