स्वास्थ्य मंत्री ने राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण में आयोजित समीक्षा बैठक में अधिकारियों को दिए जरूरी निर्देश
कहा, प्रत्येक नागरिक को आयुष्मान की निशुल्क उपचार की सुविधा महैया कराया जाना जरूरी
देहरादून। राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण कार्यालय में आज प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डा धन सिंह रावत ने आयुष्मान योजना की समीक्षा की। उन्होंने आयुष्मान कार्ड बनाने के शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने आयुष्मान योजना के विभिन्न अनुभागों का भी निरीक्षण किया।
बैठक में स्वास्थ्य मंत्री डा धन सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश में शत प्रतिशत आयुष्मान कार्ड बनाने बहुत जरूरी हैं। कहा कि अभी यदि आधी आबादी के आयुष्मान कार्ड बन पाए हैं तो यह उस आधी आबादी के साथ अन्याय है जिनके अभी कार्ड नहीं बने और जो जरूरत पड़ने पर योजना के लाभ से वंचित रह जाते हैं।
उन्होंने कहा कि कार्ड में राशन कार्ड के अलावा दूसरे विकल्पों पर फोकस करें ताकि कैबिनेट में इस दिक्कत का समाधान कराया जा सके। साथ ही बेहतर क्रियान्वयन हेतु लद्दाख व जम्मू कश्मीर में दी गई व्यवस्थाओं को भी देखने के निर्देश दिए।
इस मौके पर मा मंत्री ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी से वार्ता कर आयुष्मान कार्ड बनाने में राशन कार्ड से इतर विकल्प पर भी मंत्रणा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में परिवार रजिस्टर की नकल से आयुष्मान कार्ड बनाने की व्यवस्था पर होमवर्क करें ताकि उसे कैबिनेट में लाकर समुचित व्यवस्थाएं सुचारू की जा सकें।
इस मौके पर राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा आनंद श्रीवास्तव ने बताया कि जिन लाभार्थियों के नए राशन कार्ड बने हैं उनका डाटा पोर्टल पर शो नहीं कर रहा है इस कारण राशन कार्ड होने के बाद भी आयुष्मान कार्ड बनाने में दिक्कतें आ रही हैं। रियल टाइम पर डाटा शो होना चाहिए।
मंत्री ने इस समस्या का यथाशीघ्र समाधान की बात कही। उन्होंने कहा कि जन स्वास्थ्य को लेकर सरकार प्रतिबद्ध है। इसके अलावा बुजुर्ग लाभार्थियों का हाल पूछने व उन्हें घर पर ही स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने व फ्री पैथोलॉजी सुविधा को लेकर भी बैठक में चर्चा की गई।
इस मौके पर निदेशक वित्त संजीव कुमार सिंह, डा विनोद टोलिया, अतुल जोशी आदि शामिल रहे।