देहरादून, 25 नवंबर।
भारतीय वन अनुसंधान केंद्र में एक बार फिर कोरोना बम फूटा है। इस बार 11 ट्रेनी IFS ऑफिसर कोरोना पॉजिटिव पाए गये हैं। एक साथ इतनी संख्या में कोविड संक्रमित मिलने पर एफआरआई को सील कर कंटेनमेंट जोन बनाया गया है।
उत्तराखंड में पिछले कुछ दिनों से कोविड मामलों घट बढ़ रहे थे। लेकिन बीते रोज मामलों में बढ़ोत्तरी पाई गई। वहीं अब एफआरआई में एक साथ 11 ट्रेनी अधिकारियों संक्रमित पाये जाने से हड़कंप मचा हुआ है। जिसके बाद कोविड-19 प्रोटोकॉल को देखते हुए भारतीय वन अनुसंधान केंद्र को कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। इसके अलावा 11 ट्रेनी अधिकारियों का विशेष डॉक्टरो की टीम की निगरानी में इलाज किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि दिल्ली से 48 आईएफएस अधिकारी ट्रेनिंग के लिए आए थे। जिसमें से 11 कोविड-19 पाए गए हैं। जिसके बाद भारतीय वन अनुसंधान केंद्र को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। विदित हो कि पूर्व में कोविड काल में सबसे पहले FRI में ही कोविड संक्रमण के मामले आए थे।
जिलाधिकारी डॉ आर राजेश कुमार ने अवगत कराया है जनपद क्षेत्र अंतर्गत इंदिरा गांधी नेशनल एकेडमी ओल्ड हॉस्टल एफआर.आई. एवं जी-2 बी-19 तिब्बतन कालोनी डिक्लिन सहस्त्रधारा रोड कुल्हाल में कोरोना संक्रमित व्यक्ति चिन्हित होने के फलस्वरुप क्षेत्रों को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है। जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी सदर को उक्त क्षेत्रों में कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग एवं प्रभावी सर्विलांस कराने के निर्देश दिए। उन्होंने मुख्य चिकित्सधिकारी को इन क्षेत्रों में सैंपलिंग कार्य कराते हुए इसकी नियमित मॉनिटरिंग कराने तथा जिला पूर्ति अधिकारी को उक्त क्षेत्रों में आवश्यक वस्तुओं एवं खाद्यान्न की आपूर्ति करने के निर्देश दिए। उन्होंने जनपदवासियों से मास्क का उपयोग तथा बाजारों एवं सार्वजनिक स्थानों पर सामाजिक दूरी का पालन करने का अनुरोध किया।