उत्तराखण्ड

चाइल्ड लाइन ने बाल मजदूरी रोकने को विभिन्न संगठनों से की चर्चा

गोपेश्वर : चाइल्ड लाइन व हिमाद समिति की ओर शनिवार को गोपेश्वर के विभिन्न संगठनों की बैठक आयोजित की गई। इस दौरान बाल मजदूरी को रोकने के लिये उठाये जाने वाले कदमों के बारे में चर्चा की गई।
बैठक के दौरान हिमाद के सचिव उमा शंकर बिष्ट ने कहा कि चार धाम यात्रा के दौरान यात्रा मार्ग पर भीख मांगने वाले और होटल व अन्य स्थानों पर बाल श्रमिक बड़ी संख्या में पाये जाते हैं। ऐेसे में समाज के हर वर्ग की जिम्मेदारी है कि संरक्षण की आवश्यकता वाले बच्चों को चिंहीकरण कर उन्हें सुरक्षा और सरंक्षण मुहैया करवाया जाए। कहा कि आजीविका के लिये बाल श्रम कर रहे बच्चे मानसिक और शारीरिक शोषण का शिकार भी होते हैं। बच्चों को मुख्य धारा जोड़ने के लिये सभी को सामुहिक प्रयास करने होंगे। चाइल्ड लाईन की समन्वयक प्रभा रावत ने कहा कि पर्यटन व्यवसाय में बच्चों के शोषण की सूचनाएं मिलती हैं। कहा कि आजीविका के लिये होटलों व अन्य प्रकार के कार्य करने वाले बच्चों को शोषण व हिंसा का शिकार हो जाते हैं। जिसके लिये सभी के सामुहिक प्रयास से इस प्रकार की घटनाओं पर रोक लगाई जा सकती है। इस मौके पर टैक्सी यूनियन अध्यक्ष जगमोहन रावत, पीस संस्था के सचिव सतेन्द्र परमार, सुमन नेगी, नारायण किमोठी, बहादुर सिंह रावत, प्रेम सिंह सनवाल, बीना तिवारी, लीला देवी, कल्पना जोशी, पुष्कर कोठियाल, दीपक रावत, पंकज पुरोहित, अनीता फरस्र्वाण, संतोषी बिष्ट, राजेश्वरी देवी व भूपेन्द्र कुमाई आदि मौजूद थे।

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