चमोली : हेमकुंड साहिब और फूलों की घाटी क्षेत्र में कूड़ा निस्तारण के लिये ईको डेवलपमेंट कमेटी (ईडीसी) पुलना-भ्यूंडार को अब प्लास्टिक वेस्ट निस्तारण के लिये दर-ब-दर नहीं भटकना होगा। कमेटी की ओर से जिला प्रशासन की मदद से पुलना में कांपेक्टर मशीन की स्थापना की जा रही है। जिससे पैदल मार्ग पर एकत्रित किये जाने वाले प्लास्टिक वेस्ट के ब्लाॅक बना ईडीसी विपणन कर आय अर्जित कर सकेगी।
बता दें हेमकुंड साहिब और फूलों की घाटी यात्रा मार्ग पर सफाई व्यवस्था का जिम्मा नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान की ओर से ईडीसी को सौंपा गया है। जिसके लिये ईडीसी की ओर से पैदल यात्रा मार्ग पर पर्यावरण मित्रों की तैनाती कर यात्रा मार्ग की सफाई की जाती है। यहां ईडीसी की ओर से यात्रा मार्ग पर प्रतिवर्ष होने वाले प्लास्टिक वेस्ट को एकत्रित कर निस्तारित किया जाता है। लेकिन बीते वर्षों तक यहां निस्तारण के पुख्ता इंतजाम न होने के चलते ईडीसी की ओर से औने-पौने दामों पर प्लास्टिक वेस्ट का विपणन किया जा रहा था। ऐसे में ईडीसी की मांग पर जिला प्रशासन की ओर से यहां पुलना में कांपेक्टर मशीन की स्थापना के लिये 19 लाख 13 हजार की धनराशि स्वीकृत की गई थी। जिससे यहां अब ईडीसी की ओर से यहां कांपेक्टर मशीन की स्थापना का कार्य शुरु कर दिया गया है। एक अनुमान के अनुसार यात्रा मार्ग पर एकत्रित किये जाने वाले प्लास्टिक कचरे से ईडीसी को प्रतिवर्ष 3 से 4 लाख की आय हो सकेगी।
हेमकुंड साहिब और फूलों की घाटी के साथ ही पैदल मार्ग से बड़ी मात्रा में ईडीसी की ओर से प्लास्टिक कचरा एकत्रित किया जाता है। लेकिन बीते वर्षों तक कांपेक्टर न होने के चलते कमेटी की ओर से कचरे को औने-पौने दामों पर बेचना पड़ रहा था। लेकिन जिला प्रशासन की मदद से यहां कांपेक्टर स्थापित होने से प्लास्टिक कचरे से ईडीसी को बेहतर आय प्राप्त हो सकेगी।
चंद्रशेखर चैहान, चेयरमैन, ईको डेवलपमेंट कमेटी, पुलना-भ्यूंडार।