देहरादून। उत्तराखंड में नये हाईवे के निर्माण के बाद चार जनपदों देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंहनगर एवं नैनीताल की यातायात व्यवस्था एवं सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए डीजीपी उत्तराखण्ड अशोक कुमार ने वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से समीक्षा की। डीजीपी ने कहा है कि चार बड़े जनपदों में हाईवे बन जाने के बाद यातायात की ड्यूटियों में परिवर्तन होने के साथ ही नयी चुनौतियां भी सामने आयी हैं। पुलिस को जनता के साथ संवाद स्थापित कर इन चुनौतियों का नई पहलों के साथ समाधान निकालना है।
बैठक के दौरान सड़क हादसों की रोकथाम एवं यात्रा प्रबंधन के लिए डीजीपी ने निर्देशित किया है कि हाईवे पर लापरवाही से लेन परिवर्तन एवं भारी वाहनों के सड़क के दाहिनी ओर चलने पर एमवीएक्ट के तहत सख्त कार्यवाही की जाये। हाईवे लेन ड्राईविंग एवं भारी वाहनों हेतु निर्धारित लेन के सम्बन्ध में सोशल मीडिया के माध्यम से जागरुकता अभियान चलाया जाये। नो-पार्किंग में वाहन खड़ा करने वालों के विरुद्ध पीपीपी मोड पर आधारित देहरादून में संचालित टोइंग क्रेन सेवा को अन्य जनपदों में भी लागू किया जाये।
डीजीपी ने निर्देश दिए हैं कि यात्रा सीजन-2023 हेतु पर्याप्त संख्या में पीआरडी जवानों को लिया जाए। इसके साथ ही उन्हें यातायात प्रबंधन की ट्रेनिंग कर शत प्रतिशत यातायात ड्यूटी पर लगाया जाये। मसूरी एवं नैनीताल में 02-02 सीपीयू हॉक मोबाईल स्थाई रूप से तैनात की जाये। हाईवे पर ओवरस्पीड की घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस अधीक्षक यातायात एआरटीओ से समन्वय स्थापित कर स्पीड निर्धारित कराया जाए। संशोधित अधिसूचना जारी कर हाईवे पर साईन बोर्ड लगाये जायें।
हाईवे पर अतिक्रमण न हो, आम जनता के सुचारू आवागमन हेतु ऐसा सुनिश्चित किया जाए। चारधाम यात्रा-2023 में वापसी हेतु गरुड़चट्टी बैराज होते हुए चीला मार्ग का उपयोग किया जाये गरुड़चटी से बैराज तक वन-वे व्यवस्था लागू करने हेतु अपर पुलिस अधीक्षक कोटद्वार, पुलिस उपाधीक्षक टिहरी एवं पुलिस उपाधीक्षक ऋषिकेश को निर्देशित किया गया। चारधाम यात्रा के दृष्टिगत यातायात प्लान में एआई तकनीक का भी प्रयोग किया जाय। चीला मार्ग पर बीन नदी पर बने रपटे के दोनो तरफ वायरलेस सेट के साथ पुलिस कर्मी को नियुक्त किया जाये।
इस अवसर पर अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था वी मुरूगेशन, पुलिस महानिरीक्षक/निदेशक यातायात मुख्तार मोहसिन, पुलिस महानिरीक्षक, कुमाऊँ परिक्षेत्र नीलेश आनन्द भरणे, पुलिस महानिरीक्षक, गढ़वाल परिक्षेत्र करन सिंह नगन्याल आदि उपस्थित रहे।