चमोली : हेलंग में महिलाओं से की गई बदसलूकी का मामला अब तूल पकड़ने लगा है। सोशल मीडिया पर समर्थन के बाद अब राजनैतिक, सामाजिक और महिला संगठन महिलाओं के समर्थन में उतर गए हैं। जिसके चलते मंगलवार को चमोली के कर्णप्रयाग और जोशीमठ में विभिन्न राजनैतिक और सामाजिक संगठनों से जुड़े लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने मामले की उच्च स्तरीय जांच कर दोषी अधीकारियों पर कार्रवाई की मांग उठाई है।
भाकपा माले के गढ़वाल सचिव इंद्रेश मैखुरी का कहना कि उत्तराखण्ड जैसे महिला के बलिदान और संघर्ष से बने राज्य में महिलाओं से बदसलूकी दुर्भाग्य पूर्ण है। उन्होंने जिला प्रशासन और कम्पनी प्रशासन पर वन अधिकार कानून 2006, वन पंचायत नियमावली 2012 व वन सरक्षण अधिनियम 1980 का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर मामले की जांच के साथ कम्पनी प्रबंधन की मनमानी पर रोक लगाने की मांग की है। इस मौके पर पूर्व जिला पंचायत सदस्य
बीरेंद्र सिंह मिंगवाल, सुरेशी देवी, राजेंद्र सिंह नेगी, अरविंद चौहान, किशन सिंह बिष्ट, धन सिंह बिष्ट, आशाराम मैखुरी, जीतेंद्र कुमार, पवन बिष्ट, अनिल जोशी, सुनील चौहान, संजय सिंह, मिलन भंडारी आदि मौजूद थे।
दूसरी ओर जोशीमठ में भी स्थानीय लोगों ने उप जिलाधिकारी के माध्यम से सीएम को ज्ञापन भेजकर कार्रवाई की मांग उठाई है। इस मौके पर भाकपा के राज्य कमेटीई सदस्य अतुल सती, घटना की पीड़िता मंदोदरी देवी, लीला देवी, शांति देवी, राहुल भंडारी, विपिन भंडारी, नरेंद्र कुमार मौजूद थे।
वंही उत्तराखण्ड महिला मंच, जनवादी महिला समिति, गढ़वाल सभा, युवा शक्ति संगठन, नागरिक संगठन, विकल्प सामाजिक संगठन, एसएफआई, जन संवाद, युवा देवभूमि संगठन ने देहरादून में प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री से मामले में कार्रवाई की मांग उठाई है।