देहरादून : राज्य के लोक निर्माण, सिंचाई, पर्यटन, पंचायती राज, ग्रामीण निर्माण, जलागम, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने ब्रिडकुल में 2012 से कार्यरत 55 कर्मचारियों को नियमित करने के आदेश देते हुए निर्माण कार्यों में नई तकनीकी की जानकारी और उसके क्रियान्वयन हेतु सेमिनार आयोजित करने के भी अधिकारियों को निर्देश दिये।
प्रदेश के लोक निर्माण, सिंचाई, पर्यटन, पंचायती राज, ग्रामीण निर्माण, जलागम, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने सोमवार को विधानसभा स्थित अपने कार्यालय कक्ष में ब्रिज, रोपवेज, टनल एंड अदर इन्फ्रस्टेक्चर डेवलपमैंट, कारपोरेशन अॉफ उत्तराखंड लिमिटेड (ब्रिडकुल) के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होने ब्रिडकुल अधिकारियों को आदेशित किया कि वह 2012 से कार्यरत सभी 55 कर्मचारियों को नियमित करें और निर्माण कार्यों में गुणवत्ता लाने के लिए नई टेक्नोलॉजी का प्रयोग करें।
कैबिनेट मंत्री महाराज ने कहा कि निर्माण कार्यों में नई टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल और उसकी जानकारी के लिए ब्रिडकुल, लोक निर्माण, ग्रामीण निर्माण, सिंचाई, पर्यटन और पीएमजीएसवाई सभी साथ मिलकर एक सेमिनार आयोजित करें।
लोक निर्माण मंत्री ने समीक्षा बैठक ने जानकारी दी कि ब्रिडकुल के माध्यम से विभिन्न जिलों में महत्वपूर्ण परियोजना कार्य किये जा रहे हैं। ब्रिडकुल द्वारा राज्य में विभिन्न विभागों जिनमें लोक निर्माण विभाग (सीआरएस), पर्यटन, चिकित्सा शिक्षा, स्वास्थ्य, उच्च शिक्षा, पंचायती राज, नागरिक उड्डयन, सेवायोजन व प्रशिक्षण तथा पीएमजीएसवाई की कई परियोजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। बताया कि विगत वर्षों में ब्रिडकुल द्वारा भवन, सड़क, सेतु व हवाई पट्टी के लगभग 445.80 करोड़ की लागत की परियोजनाओं को पूरा किया गया।
कैबिनेट मंत्री ने बताया कि ब्रिडकुल ने नैनी सैनी हवाई पट्टी का निर्माण व करोना काल में 200 बैडेड हॉस्पिटल का निर्माण कार्य करने के साथ-साथ विगत 2 वर्षों में पीएमजीएसवाई के अंतर्गत 50 करोड़ से अधिक की लागत की सड़कों का निर्माण कार्य भी किया। बताया कि ब्रिडकुल खाद्य आयुक्त कार्यालय भवन, देहरादून को राज्य के पहले हरित भवन के रूप में भी निर्मित किया है।
समीक्षा बैठक में ब्रिडकुल के प्रबंध निदेशक कुंदन सिंह, महाप्रबंधक राजेंद्र प्रसाद उनियाल, लोक निर्माण विभाग प्रमुख अभियंता अयाज अहमद, सिंचाई विभाग के प्रमुख अभियंता मुकेश मोहन सहित अनेक विभागीय अधिकारी मौजूद थे।