चारधाम यात्रा से पूर्व जीएमवीएन की बुकिंग का आंकडा 5 करोड़ के पार
चारधाम के लिए अभी तक 422861 लाख यात्रियों ने करवाया पंजीकरण
देहरादून। उत्तराखंउ में चारधाम यात्रा 22 अप्रैल से शुरू होने जा रही है। यात्रा के लिए यात्रियों द्वारा कराये जा रहे पंजीकरण से प्रदेश सरकार में भी ऊर्जा का संचार हो रहा है। वहीं गढ़वाल मंडल विकास निगम के गेस्ट हाउसों की बुकिंग का आंकड़ा भी पांच करोड़ रुपये पार हो गया है। पर्यटन एवं धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज ने दावा किया है कि इस बार चारधाम यात्रा पिछले सभी रिकॉर्ड ध्वस्त होंगे।
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज का कहना है कि पंजीकरण की लगातार बढ़ती संख्या और गढ़वाल मंडल विकास निगम गेस्ट हाउसों की बुकिंग का हर रोज बढ़ता आंकडा इस बात का प्रमाण है कि इस बार चारधाम यात्रा पिछले सभी रिकॉर्ड ध्वस्त करेगी। कहा कि यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो इसलिए सभी विभाग समय से व्यवस्थाओं को चाकचौबंद कर लें।
उन्होंने कहा कि 22 अप्रैल से शुरू होने जा रही है। चारधाम यात्रा के तहत केदारनाथ-184057, बद्रीनाथ-151955, यमनोत्री-43132 और गंगोत्री धाम के लिए 43717 यात्री अभी तक अपना पंजीकरण करवा चुके हैं। इतना ही नहीं जीएमवीएन के गेस्ट हॉउसों के लिए 16 फरवरी 2023 से अभी तक कुल 50749105 करोड़ रुपये की बुकिंग की जा चुकी है।
कैबिनेट मंत्री महाराज ने लोक निर्माण विभाग, पर्यटन, नेशनल हाईवे, बीआरओ, पंचायत, पेयजल, खाद्य आपूर्ति और स्वास्थ्य विभाग सहित प्रदेश के सभी विभागों को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि चारधाम रूट की सभी व्यवस्थाओं को समय से दुरुस्त कर लें। कहा कि चारधाम यात्रा के लिए ऑनलाइन पंजीकरण की प्रक्रिया चल रही है। चार धाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालु पर्यटन विभाग की वेबसाइट registrationandtouristcare.uk.gov.in या व्हाट्सअप नंबर 8394833833 या टोल फ्री नंबर 1364 के जरिये भी रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं।
कहा कि गत वर्ष की भांति इस बार भी चारधाम यात्रा पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावनाओं को देखते हुए धामों में कतार प्रबंधन हेतु स्लॉट टोकन व्यवस्था की शुरुआत की गई है। यात्रियों के पंजीकरण तथा यात्रा संबंधित जानकारी हेतु कंट्रोल रूम की स्थापना के निर्देश दिए गए हैं। चारधाम यात्रा से पूर्व यात्रा मार्ग की सभी सड़कों के सुधारीकरण, पैच वर्क और गड्ढा मुक्त करने के लिए लोक निर्माण विभाग, एनएच और बीआरओ को स्पष्ट निर्देश भी दिए गए हैं। सड़कों की निगरानी के लिए एक ऐप बनाने की भी घोषणा की गई है। जिन स्थानों पर अधिकांश मार्ग अवरुद्ध होते हैं ऐसे स्थानों का चिन्हीकरण कर जेसीबी आदि की तैनाती की व्यवस्था की जाएगी।