उत्तराखण्ड

सगर गांव से शुरू हुई बुग्याल बचाओ अध्ययन यात्रा

चमोली : सीपी भट्ट पर्यावरण एवं विकास केन्द्र व केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग के संयुक्त तत्वावधान में बुग्याल बचाओ अध्ययन यात्रा सगर गांव से शुरू हो गयी है। विश्व पर्यटन दिवस के मौके पर सगर के प्राथमिक विद्यालय में गोष्ठी के साथ अभियान की शुरुआत की गई।

बता दें, 2014 से सीपी भट्ट पर्यावरण एवं विकास केन्द्र प्रतिवर्ष बुग्याल बचाओ अभियान के तहत इलाकों में अध्ययन यात्राएं और स्वच्छता अभियान का संचालन कर रहा है। केंद्र की ओर से पहली अध्ययन यात्रा में वर्ष 2014 में वेदनी बुग्याल व सुतोल से शिलासमुद्र क्षेत्र में अध्ययन व अजैविक कचरे के लिए स्वच्छता अभियान संचालित कर की थी।
इस वर्ष आयोजित अध्ययन यात्रा में ग्रामीण, पत्रकार, सामाजिक कार्यकर्ता और वनकर्मी भाग ले रहे हैं। पांच दिवसीय इस अभियान के तहत पहले दिन सगर से पनार बुग्याल, दूसरे दिन पनार से रुद्रनाथ तथा तीसरे दिन डुमक-कलगोट तथा चौथे दिन बंशीनारायण बुग्याल के इलाके का अध्ययन और अजैविक कचरे के लिए स्वच्छता कार्यक्रम किया जायेगा।
कार्यक्रम के शुरुआत के मौके पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए केंद्र के प्रबंध न्यासी ओम प्रकाश भट्ट ने बुग्यालों के महत्व और और उनके सकंटों पर विस्तार से चर्चा की और छोटे प्रयासों से इन्हें कैसे कम किया जा सकता है इस पर अपने विचार प्रकट किए।
केदारनाथ वन प्रभाग के प्रभारी रेंज अधिकारी नेगी ने वन विभाग की ओर से इस दिशा में किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। केंद्र के समन्वयक विनय सेमवाल ने कार्यक्रम की जानकारी दी। इस दौरान प्राथमिक विद्यालय की अध्यापिका श्रीमती सेमवाल और श्रीमती ऋचा लिंगवाल ने भी पर्यावरण सम्मत पर्यटन के लिए किस तरह के प्रयास किए जाने चाहिए इस पर विचार व्यक्त किए। मनोज नेगी ने भी पर्यटन और सतत तीर्थाटन की नीति को लेकर विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम में केदारनाथ वन प्रभाग के गोपेश्वर रेंज के सभी अधिकारी और कर्मचारी शामिल थे।

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