देहरादून। उत्तराखण्ड राज्य आंदोलनकारी मंच ने आंदोलनकारियों के दस प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण लागू कराने के लिए बनी प्रवर समिति की बैठक का समय आगे बढ़ाने पर रोष जताया है।
आज शहीद स्मारक में राज्य आंदोलनकारी मंच की एक आपात बैठक आहूत की गई। आपात बैठक में मंच के प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी व प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप कुकरेती ने कैबिनेट मंत्री प्रेमचन्द अग्रवाल के प्रति आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि कैबिनेट मंत्री ने लापरवाही कर इसमेँ ढिलाई की और कोई लाभ नहीं दें पाए। राज्य आंदोलनकारियों को राहत देने की बजाय राज्य आंदोलनकारियों के साथ छल करने का कार्य किया।
कहा कि शहीद परिजन और तमाम राज्य आंदोलनकारियों की भावनाओं के साथ भद्दा मजाक किया है। राज्य आंदोलनकारी मंच ने सर्व प्रथम प्रवर समिति के अध्यक्ष से मिलकर अपना विरोध दर्ज कर समय बढ़ाने की मांग करने का फैसला लिया है। साथ ही चेतावनी भी दी है कि यदि समय नहीं घटाया गया तो पुनः मुख्यमंत्री के समक्ष अपना विरोध दर्ज करेंगे।
बीर सिंह रावत व सूर्या बमराडा ने कहा कि अब हमारी उम्र की सीमा पार हो गई। इसका जिम्मेदारी किसकी है यदि मंशा साफ है तो फिर उप समिति से लेकर कैबिनेट बैठक कर पुनः प्रवर समिति की बैठक पर बैठक कर सभी की भावनाओं कें साथ खिलवाड़ किया है।
राज्य आंदोलनकारी मंच कें सुदेश कुमार ने कहा कि अब हम आगे की रणनीति के लिये स्वतंत्र हैं। विनोद असवाल ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि इस बैठक को दो महीने की बजाय बैठक को दो हफ्ते पहले बुलाई जाय ताकि करनी और कथनी मेँ अन्तर नजर आये।
आज बैठक मेँ जगमोहन सिंह नेगी, प्रदेश प्रवक्ता व जिला अध्यक्ष प्रदीप कुकरेती, बीर सिंह रावत, सुदेश सिंह, सतेन्द्र नौगांई, विजय बलूनी, सूर्या बमराडा, प्रभात डण्डरियाल, आशीष चौहान, शैलेन्द्र सिंह राणा आदि मौजूद रहे।