रूड़की, 14 अक्टूबर।
नवरात्रें में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा लोग बड़े धूमधाम ओर भक्तिभाव से करते हैं। घर-घर कन्याएं पूजी जाती हैं। जिनके घरों में कन्याएं नहीं होती हैं वे इधर-उधर से कन्याओं अपने घरों में ला कर उनका पूजन कर जिमाते हैं लेकिन कुछ ऐसे भी बेरहम और संवेदनहीन लोग हैं जो नन्ही सी जान को सीने से लगाने की बजाए कूड़े के ढेर में फेंक देते हैं। ऐसा ही शर्मसार करने वाला मामला पिरान कलियर क्षेत्र में सामने आया है जो एक मां की ममता को तो शर्मसार कर रहा है लेकिन मित्र पुलिस की इंसानियत और सहृदयता का एक उदाहरण बन गया है।
बीते रोज दरगाह पीर गैबअली शाह मजार के पास कूड़े के ढेर में लोगों ने बच्चे के रोने की आवाज सुनी। किसी ने एक नवजात बच्ची को फेंक दिया है, किसी बच्चे की रोने की आवाज सुनी। लोगों ने जब वहां जा कर देखा तो वहां का दृश्य देख कर उनकी आंखे फटी की फटी रह गयी। वहां कूड़े के ढेर में एक नवजात को कपड़ों में लपेट कर छोड़ रखा था। सूचना मिलते ही कलियर थाने की एसआई शिवानी नेगी और पुलिसकर्मियों ने तत्काल घटनास्थल का रूख किया। वहां कूड़े के ढेर पर नवजात को देख कर लोगों का मन भर आया।
एसआई शिवानी नेगी नवजात इस हालत में देख अपनी गोद मे उठा लिया और उसी समय उसके लिए कपड़े मंगवा कर उसे पहनाए। जिसके बाद पुलिस कर्मी उस नवजात को रुड़की सिविल अस्पताल लेकर गए। एसओ धर्मेंद्र राठी ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि दोनों गंगनहर के बीच सड़क के किनारे कूड़े के ढेर में एक नवजात बच्ची पड़ी हैं। तत्काल नवजात को उठाकर अस्पताल भिजवाया। चिकित्सकों के अनुसार बच्ची दो दिन की नवजात है।
अस्पताल से जरूरी उपचार के बाद नवजात को सीडब्लूसी के समक्ष पेश कर श्यामपुर में श्रीराम आश्रम भेजा गया। कहा कि जिस किसी ने भी इस नवजात बच्ची को फेंका है उसकी तलाश की जा रही है। उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।