संवाददाता
ऋषिकेश, 8 जनवरी।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश (एम्स) में कार्यरत 95 आउट सोर्स कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया गया। जिसके बाद निकाले गये कर्मचारियों ने एम्स परिसर में आज जम कर हंगामा किया। बताया जा रहा है कि इन कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त करने का नोटिस संबंधित कंपनी की ओर से बीती शाम ही जारी कर दिया गया था।
शनिवार की सुबह ड्यूटी पर आए कर्मचारियों को प्रशासनिक भवन के प्रवेश द्वार पर ही रोक दिया गया। जब रोके जाने का कारण इन कर्मचारियों को बताया गया तो सेवा समाप्ति से गुस्साए कर्मचारियों ने एम्स परिसर में जमकर हंगामा किया। इस दौरान हुई धक्का-मुक्की में प्रशासनिक भवन का एक दरवाजा भी टूट गया। सूचना पाकर तहसीलदार मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों के बीच वार्ता पर सहमति बनी। हालांकि इस दौरान सभी कर्मचारी चिकित्सा अधीक्षक के कार्यालय के बाहर धरना पर बैठ गये।
जानकारी के अनुसार शुक्रवार आउट सोर्स कंपनी ने 95 कर्मचारियों की सेवा समाप्ति का नोटिस जारी किया था। जिसमें हास्पिटल अटेंडेंट, पैरामेडिकल स्टाफ और अन्य कर्मचारी शामिल हैं। इन कर्मचारियों द्वारा सेवा समाप्ति का विरोध किया जा रहा है। सेवा समाप्त किए जाने से गुस्साए इन कर्मचारियों ने एड्स निदेशक कार्यालय जाने की मांग की लेकिन एम्स के सुरक्षा कर्मचारियों ने इन्हें भीतर नहीं जाने दिया।
प्रशासन की ओर से डीन एकेडमिक डॉ मनोज कुमार गुप्ता व अन्य अधिकारी यहां पहुंचे। उप जिलाधिकारी अपूर्वा पांडे, तहसीलदार अमृता शर्मा एम्स पहुंची। दोनों पक्षों के बीच तय हुआ कि कर्मचारियों की ओर से चार सदस्यों के साथ प्रशासन की मध्यस्थता में एम्स प्रशासन वार्ता करेगा। हालांकि यह वार्ता विफल हो गई।