देहरादून: उत्तर प्रदेश में कृषि विभाग से सेवानिवृत्त हुए प्रमोद कुमार वात्सल्य ने आज अपने अमेरिका निवासी एनआरआई (NRI) पुत्र विजय कुमार वात्सल्य की गत 25 दिसंबर 2022 को देहरादून में हुई संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के मामले को लेकर अपनी ही पुत्रवधू और अन्य कुछ लोगों से जहां अब अपनी जान का खतरा बताया है, वहीं उन्होंने यह भी कहा कि, बेटे विजय कुमार वात्सल्य की मौत के मामले में मुझको अब पुलिस पर थोड़ा सा भी विश्वास नहीं है और मामले की सिर्फ सीबीआई जांच पर ही मेरा भरोसा है।
बेटे की मौत मामले में बुजुर्ग पिता की रिपोर्ट दर्ज नहीं करने का आरोप
बुधवार को देहरादून के सुभाष रोड स्थित एक होटल में पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रमोद कुमार वात्सल्य ने कहा कि, दून पुलिस उनके पुत्र की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई हत्या के मामले में जांच करने से लगातार कतरा रही है। यही कारण है कि पुलिस थाने में उनके द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई।
डीजीपी ने मृतक के पिता प्रमोद कुमार वात्सल्य को दिया बातचीत का न्योता
प्रमोद कुमार वात्सल्य ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि, उनके पास पुलिस के मुखिया पुलिस महानिदेशक की ओर से इस मामले में बात करने का न्योता मिला है और कल गुरुवार को वह अपने बेटे की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले को लेकर अपनी बात डीजीपी के सामने रखेंगे। हालांकि प्रमोद कुमार वात्सल्य ने यह स्पष्ट कहा कि, मुझे पुलिस की कार्यशैली पर अब कोई विश्वास नहीं रह गया है, बावजूद इसके मैं डीजीपी से मिलूंगा।
संपत्ति के लालच में बेटे की हत्या का उसकी पत्नी पर जताया संदेह
मृतक विजय कुमार वात्सल्य के पिता ने कहा कि, बेटे की मौत करोड़ों रुपए की संपत्ति जायदाद को लेकर हुई है और मुझे पूरा यकीन है कि संपत्ति जायदाद हड़पने को लेकर ही एक साजिश के तहत मेरे पुत्र विजय वात्सल्य की संदिग्ध परिस्थितियों में हत्या की गई है, जिसकी साजिशकर्ता सीधे मेरी पुत्रवधू यानी कि मृतक विजय वात्सल्य की पत्नी व कुछ और अन्य लोग शामिल हैं। उन्होंने यह भी बताया कि मेरे पास अब बेटे विजय वात्सल्य की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई हत्या और आनन-फानन में किए गए दाह संस्कार के मामले के दो गवाह मौजूद हैं।
जमीन-जायदाद को लेकर पुत्र की हत्या की पहले ही थी आशंका
प्रमोद वात्सल्य का यह भी कहना है कि, उनको बेटे की मौत से करीब 2 महीने पहले ही इस बात की आशंका हो गई थी कि, जमीन-जायदाद को लेकर मेरे पुत्र विजय की हत्या हो सकती है? उन्होंने कहा कि, विजय वात्सल्य ने 3 करोड़ 5 लाख रुपए का अपना कॉटेज बेचा था और यह रकम डकारी गई है। यह रकम आखिर कहां गई है? उसकी और पूरे मामले की जांच होनी चाहिए।