हरिद्वार। उत्तराखण्ड बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डा. गीता खन्ना द्वारा जनपद हरिद्वार के टिबडी प्राईमरी स्कूल, सीनियर सैकेन्डरी स्कूल, भेल व बीएचईएल कैम्पस के भीतर स्थित द्विव्यांग स्कूल का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में मुख्य शिक्षा अधिकारी श्री कमलेश प्रसाद व खण्ड विकास अधिकारी मुकेश उपस्थित रहे।
टिबडी प्राईमरी स्कूल के निरीक्षण के दौरान संज्ञान में आया कि विद्यालय में बच्चों के पढाई करने व किचन साफ सुथरी थी तथा बच्चों को सही समय पर आंगनवाडी द्वारा भोजन भी प्रदान किया जा रहा है। स्कूल में झुले लगे हुये थे, किन्तु बाग बागिचों की देखरेख सही नही थी। आस पास पत्थर व इंटे पडी थी। बच्चों को आंगनवाडी द्वारा खाना प्रदान किया जा रहा था, किन्तु वह निर्धारित मैनू के अनुसार नही था। अध्यक्ष द्वारा बच्चों को सफाई की महत्ता सिखाये जाने हेतु बाग बगिचों को साफ रखने हेतु निर्देशित किया गया।
अध्यक्ष द्वारा भेल सेक्टर में सीनियर सेकेन्डरी स्कूल का टीम के साथ औचक निरीक्षण किया गया, जिसमें संज्ञान में आया कि विद्यालय में बच्चों की बैठने की व्यवस्था अत्यंत खराब थी, विद्यालय में प्रबन्धन द्वारा साफ सफाई की व्यवस्था सही नही थी, पीने के पानी के पास भी साफ सफाई नही दिखी तथा शौचालय भी अस्वच्छ दिखे। स्कूल का वाद न्यायालय में भी योजित है। अध्यक्ष द्वारा विद्यालय को स्वच्छ रखे जाने हेतु कडे रूप से निर्देशित किया गया।
अध्यक्ष द्वारा भेल सेक्टर 1 में अंकाक्षा दिव्यांग विद्यालय का भी निरीक्षण किया गया, जिसकी कार्य प्रणाली को देखते हुये अध्यक्ष ने विद्यालय की भूरी भूरी प्रशंसा की गई तथा कहा गया कि विद्यालय के द्वारा सही संसाधनों का प्रयोग किया जा रहा है, किन्तु विद्यालय को सहयोग की आवश्यकता है, जिससे विद्यालय अपनी कार्य पद्वति को ओर मजबूत कर सके।