उत्तराखण्ड

ईको टूरिज्म: भुलकना से सौखर्क ट्रैक मार्ग पर बर्ड वाचिंग का प्रशिक्षण शुरू होगा

चमोली। जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने बुधवार को जिला स्तरीय ईको टूरिज्म विकास समिति की बैठक ली। उन्होंने निर्देशित किया कि ईको टूरिज्म साइट्स को विकसित करने के लिए प्राकृतिक सामग्रियों का अधिक से अधिक इस्तेमाल किया जाए। घेस-वगजी ट्रैक मार्ग सुदृढ़ीकरण और मंडल से चोपता तथा भुलकना से सौखर्क ट्रैक मार्ग पर बर्ड वाचिंग का प्रशिक्षण शीघ्र शुरू किया जाए।

प्रशिक्षण कार्यक्रम में लोकल गाइड के साथ बाहर से भी प्रोफेशनल प्रशिक्षकों को शामिल किया जाए। ट्रैक मार्गों पर निर्माण कार्यों की नियमित मॉनिटरिंग के साथ ही साफ सफाई के लिए ईको विकास समितियां गठित की जाए।

उप वन संरक्षक सर्वेश कुमार दुबे ने बताया कि जनपद में 06 प्रमुख ट्रैक मार्गों के सुदृढ़ीकरण के लिए प्रस्ताव शासन को भेज दिए गए है। जिसमें माणा से सतोपंथ, माणा से वसुंधरा, लार्ड कर्जन/कुंवारी पास, मण्डल से चोपता तथा भुलकाना से सौखर्क होते हुए तुंगनाथ, घेस-वगजी ट्रैक, लोहाजंग से भेंकलताल ट्रैक, वांण-वेदनी-रूपकुंड ट्रैक शामिल है।

जिला स्तर से घेस-वगजी ट्रैक सुधारीकरण के लिए जो धनराशि मिली है उसमें काम शुरू कर दिया गया है। बैठक में उप वन संरक्षक सर्वेश कुमार दुबे, मुख्य विकास अधिकारी डॉ ललित नारायण मिश्र, परियोजना निदेशक आनंद सिंह आदि उपस्थित थे।

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