सत्ता पक्ष पर लगाया विपक्ष के लोगों के खिलाफ षड़यंत्र रचने का आरोप
25 अप्रैल से 30 अप्रैल तक एक बड़ी रैली आयोजित की जाएगी
देहरादून। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि भारत में एक षड़यंत्र के तहत लोकतंत्र का गला दबाया जा रहा है। सत्ता पक्ष का विरोध करने वाले विपक्ष के लोगों के खिलाफ षड़यंत्र रचा जा रहा है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि आज देश के जो हालात है खासकर लोकतंत्र की हत्या जो करी जा रही, इसको लेकर एक वृहद कार्यक्रम चलाया जा रहा है। षड्यंत्र के तहत भारत में लोकतंत्र का गला दबाया जा रहा है, और विपक्ष के लोग जो सत्ता पक्ष के विरोध में हैं के खिलाफ षड्यंत्र लगातार रचे जा रहे हैं जो घटना कुछ दिन पूर्व सामने आई जिसमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी के सदन में दिए गए वक्तव्य के बाद जो बौखलाहट भारतीय जनता पार्टी और संगठन में आयी उसका नतीजा आपके सामने है।
सदन में उनके द्वारा दिए गये वक्तव्य के प्रमुख अंशो को सदन की कार्यवाही से बाहर कर दिया गया। माहरा ने कहा कि राहुल गांधी जी जब लंदन प्रवास पर थे तब उन्होनें जितनी बातें वहाॅ कही चाहे लोकतंत्र पर खतरा उन्होंने बताया उन्होंने अपने वक्तव्य में बोला कि जब सदन में विपक्ष के लोग बोलते हैं तो माइक बंद कर दिए जाते हैं, और देश गिरती हुयी आर्थिक स्थिति पर प्रहार किए। जिसके विरोध भारतीय जनता पार्टी के सांसदों ने और मंत्रियों ने सदन में अपने कई किस्म के वकत्वय दिए। सदन का नियमावली में कानून है कि जिसमें अगर सदन के किसी सदस्य के विरुद्ध अगर कोई बात कही जाती है तो उसे अपना पक्ष रखने का मौका दिया जाता है सदन की कार्यवाही के कानून में यह उल्लेखित है।
माहरा ने कहा कि राहुल गांधी लोकसभा के स्पीकर से मिलकर एवं पत्र लिखकर इस बात को कहते हैं लेकिन उनको मौका नहीं दिया जाता क्योंकि भाजपा सरकार घबराई हुई है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने दो बातें प्रमुखता से बताई थी कि अडानी और अम्बानी के प्रधानमंत्री मोदी के साथ क्या रिश्तें हैं। अडानी के कम्पनी में 20 हजार करोड रूपये इनवेस्ट किए गये वो किसके हैं? इस बात का उत्तर सरकार नहीं दे पायी, और सदन की इस कार्रवाई के बाद एक केश 2021 शिकायतकर्ता के द्वारा दिया गया था उसको पुनर्जीवित किया गया है। और उसमें सर्वाधिक सजा मानहानि के केस में धारा 500 में दी जाती है वो सजा राहुल गांधी के लिए निर्धारित की गयी 2 वर्ष की सजा। क्योंकि 2 वर्ष की सजा इसलिए दी गयी कि किसी भी सांसद सदस्य की सदस्यता जा सकती है, और उसका बहाना लेते हुए स्पीकर ने 24 घण्टे के अंदर राहुल गांधी सदस्यता को निरस्त करने काम किया। इस केस में 2019 घटना है चुनाव की, उसका संज्ञान इलेक्शन कमीशन ने नहीं लिया न ही कोई नोटिस दिया। कर्नाटक की घटना का गुजरात में केस दर्ज किया गया।
माहरा ने कहा कि आज राहुल जी आवास छीनने वाले लोग वही लोग हैं जिन्होंने भारत जोडों यात्रा का विरोध किया जिनके नेता सावरकर ने 60 रुपये की पेंशन के लिए अंग्रेजों की जी हुजूरी की और उस परिवार के व्यक्तियों पर दोषारोपण किया जा रहा है जो उस समय जब इनके नेता 60 रुपये पेंशन के लिए जी हजूरी कर रहे थे। तब 30 हजार रूपये सालाना टैक्स भर रहे थे नेहरू जी, पिता स्व0 श्री मोतीलाल नेहरू जी। जिनकी बेटी इंदिरा गांधी ने 19 नवम्बर 1969 को अपनी पूरी पैतिृक संपत्ति जो उनको दी गयी थी। उसको भारत सरकार के अधीन करने का काम किया। माहरा ने कहा कि आज जो लोग राहुल गांधी के घर को खाली करने से प्रसन्न हैं जो लोग धर्म के नाम पर राजनीति कर रहे हैं वो गढवाल की बेटी अंकिता भण्डारी की मृत्यु पर वीआईपी के नाम पर मौन बैठे हुए हैं, भाजपा की महिला नेत्री आश्चर्यजनक रूप से गायब थी। राम के नाम पर राजनीति करने वाले लोग आदि शंकराचार्य जी को नही बचा पा रहे हैं, जोशीमठ की घटना इस बात का उदाहरण है।
माहरा ने कहा कि जौलीग्रांट का नाम आदिगुरू शंकराचार्य के नाम पर रखने का प्रस्ताव कांग्रेस सरकार ने किया, जिसका भारतीय जनता पार्टी द्वारा विरोध करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री अटन बिहारी वाजपेयी के नाम पर एयरपोर्ट का नामकरण किया जा रहा है, हमारा अटल जी के नाम से कोई विरोध नही है परन्तु जब पूर्व में ही आदिगुरू शंकराचार्य का नाम प्रस्तावित किया जा चुका था तो अब भारतीय जनता पार्टी को शंकराचार्य जी के नाम से क्यों विरोध है।
माहरा ने कहा कि एक व्यक्ति जो प्रधानमंत्री कार्यालय के नाम से कश्मीर जैसे संवेदनशील राज्य में जाकर वीवीआईपी बनकर रहता है और देश की सुरक्षा की धता बताकर जेड श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त करता है परन्तु केंद्र की सरकार द्वारा उसके खिलाफ आज तक कोई कार्यवाही क्यों नही की।
माहरा ने कहा कि आज देश में भारतीय जनता पार्टी द्वारा जिस तरीके से राहुल गांधी के खिलाफ दुष्प्रचार किया जा रहा है वो निश्चित रूप से निंदनीय है क्या भारतीय जनता पार्टी के नेता यह भूल गये है कि किस तरीके से उन्होंने भारत की संसद में पं0 नेहरू के खिलाफ अभ्रद टिप्पणी की तथा एक महिला सांसद एवं पूर्व मंत्री को सूर्पनखा तक कहा तब भारतीय जनता पार्टी के नेता कहा थे। जिस ओबीसी की बात अभी कर रहे हैं। उसमें भारत सरकार की ओबीसी की लिस्ट में मोदी नाम तो दर्ज ही नहीं है। तब ओबीसी का अपमान कहां से हो गया। जिस समय कांग्रेस पार्टी की सरकार मण्डल कमीशन की रिपोर्ट लागू कर रही थी तो उस समय यही भारतीय जनता पार्टी मण्डल कमीशन की रिपोर्ट का विरोध करते हुए कमंडल की राजनीति कर रही थी।
माहरा ने कहा कि उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अनुषांगिक संगठन, प्रकोष्ठ एवं विभागों द्वारा लोकतंत्र को बचाने के लिए पोस्टकार्ड अभियान चलाया जाएगा, जो लगातार 15 अप्रैल तक चलेगा इसके माध्यम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लिखे गये पोस्टकार्ड के माध्यम से आम जनता की तकलीफों एवं उत्तराखण्ड में महिलाओं, युवाओं और बेरोजगारों पर हुए अत्याचारों से अवगत कराया जाएगा। 8 तारीख से उत्तराखण्ड कांग्रेस भारतीय जनता पार्टी के उन नेताओं के विरूद्ध विभिन्न थानों में लिखित में शिकायत दर्ज कराएगी, जिन भाजपा के नेताओं द्वारा कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं पर अभद्र भाषा का प्रयोग किया है। माहरा के कहा कि उत्तराखण्ड प्रदेश कंाग्रेस द्वारा 25 अप्रैल से 30 अप्रैल तक एक बड़ी रैली आयोजित की जाएगी। जिसका उद्देश्य लोकतंत्र की रक्षा करना होगा।