- नौकरी दिलाने के नाम पर 1 करोड़ से अधिक की ठगी कर 4 सालों से फरार चल रहे थे पति-पत्नी।
देहरादून : उत्तरांखड आयुर्वेदिक यूनिवर्सिटी में फार्मासिस्ट पद पर नौकरी दिलवाने के नाम पर ठगी करने वाले पति-पत्नी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। अभियुक्त बीते 4 वर्षों से फरार चल रहे थे। पुलिस ने दोनों को क्रमशः हरियाणा और मुंम्बई पर अलग-अलग जगहों से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने मामले का खुलासा करने वाली टीम को पुलिस अधीक्षक ने 10 हजार का पुरस्कार देने की घोषणा की है।
पुलिस के अनुसार वर्ष 2019 में आजाद डिमरी ने थाना नेहरू कॉलोनी पर लिखित तहरीर देकर नेहरू कॉलोनी क्षेत्र में ओजस्वी एसोसिएट नाम से संचालित फर्म के मृणाल धूलिया व योगिता धूलिया ने उत्तरांखड आयुर्वेदिक यूनिवर्सिटी में फार्मासिस्ट के पदों पर नौकरी लगवाने व उत्तराखंड सरकार से 90 पदों का सृजन करने की एवज में बेरोजगारों से लगभग 1 करोड़ 42 लाख रुपये ठगी की जिसके बाद से वे फरार हो गए थे। जिस पर थाना नेहरू कालोनी में पुलिस ने दोनों के खिलाफ अभियोग पंजीकृत कर दोनों अभियुक्तों की खोजबीन शुरू की। जिस पर बीती 27 जुलाई को जँहा मृणाल धूलिया को पुलिस ने हरियाणा से गिरफ्तार किया। वंही योगिता धूलिया के लगातार फरार चलने के कारण उसके विरुद्ध गैर जमानती वारंट जारी कर 15000 रु का ईनाम भी घोषित किया गया। जिस पर ग्राम धुलकोट पो राजवाट कोटद्वार जनपद पौड़ी गढ़वाल निवासी योगिता धूलिया को 28 जुलाई को रायगढ़ महाराष्ट्र से गिरफ्तार किया गया। बताया जा रहा है कि योगिता ठगी के बाद से मुम्बई में ठिकाने बदल बदल कर रह रही थी व अपनी पहचान गुप्त रखते हुए एप्टेक कंप्यूटर सेंटर में कंप्यूटर शिक्षक के तौर पर कार्य कर रही थी।