चमोली : जिले में काश्तकार इन दिनों आलू और चौलाई की फसल पर लग रहे कीड़ों से परेशान हो गया हैं। जिससे काश्तकारों की चिंता गहराने लगी है। यहां काश्तकारों ने कृषि विभाग से फसलों का निरीक्षण कर सुरक्षा की मांग की है।
बता दें, चमोली जिले की निजमूला घाटी के साथ ही देवाल, थराली, जोशीमठ और नीति व माणा घाटी में काश्तकारों की ओर से बड़े पैमाने पर आलू और चैलाई व्यवसायिक खेती की जाती है। ऐसे में इन दिनों निजमूला घाटी के पाणा, ईराणी, धारकुमाला, पगना गांवों में आलू और चैलाई की फसल कीड़ों के संक्रमण की चपेट में आ गई है। जिससे यहां उपज को लेकर काश्तकारों की चिंता गहराने लगी है।
स्थानीय काश्ताकार सुलभ सिंह, बाल सिंह, नत्थी सिंह, राजे सिंह, अवतार सिंह, कान सिंह और थान सिंह का कहना है कि बुआई के बाद आलू और चैलाई की फसल इन दिनों जमने लगी है। लेकिन यहां पौधों के पत्तों पर कीड़ा लगने पत्ते खराब हो रहे हैं। जिसे पौधे का विकास बाधित हो रहा हैं। जिससे इस वर्ष उत्पादन पर बुरा प्रभाव पड़ने की संभावना बनी हुई है।
निजमूला घाटी में आलू और चैलाई की फसल पर कीड़ा लगने की सूचना मिलने के बाद काश्तकारों को प्राथमिक उपचार जानरकारी दी गई है। वहीं जल्द ही क्षेत्र में कर्मचारियों को भेज कर फसल की सुरक्षा के लिये आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
विजय प्रकाश मौर्य, मुख्य कृषि अधिकारी, चमोली।