संवाददाता
देहरादून, 24 दिसंबर।
13 दिसंबर को सौड़ा सरोली के जंगलों में मिली युवती की लाश के मामले में आज पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस के अनुसार उसकी हत्या उसके दो सगे भाइयों और भाभी ने की थी।
आज एसपी सिटी सरिता डोभाल ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि 13 दिसंबर को ग्राम प्रधान प्रवेश कुमेटी ने थानाध्यक्ष रायपुर ग्राम सौडा सरोली के जंगलों में शव पड़े होने की सूचना दी थी। जिस पर थाना प्रभारी रायपुर अमरजीत सिंह रावत मय एसएसपी रायपुर, चौकी प्रभारी मालदेवता व पुलिस बल के मौके पर पहुंचे तो ग्राम सोडा सरोली से करीब 2 किमी जंगल में एक रपटे पर एक शव पत्थरों से दबा हुआ था। जो करीब एक से डेढ़ माह पुराना लग रहा था तथा काफी सड़ी- गली अवस्था में था।
पुलिस ने शव की शिनाख्त के लिए सोशल मीडिया / न्यूज पेपर / बस स्टैन्ड /रेलवे स्टैन्ड/ विक्रम स्टैन्ड आदि स्थानो पर फोटो/ पम्पलेट चस्पा कर शिनाख्त के प्रयास किये गये। जिस पर 20 दिसंबर को मुनटुन भगत निवासी राजीव नगर रिस्पना पुल ने थाने पर आकर महिला की शिनाख्त अपनी साली रीना पुत्री प्रभुभगत निवासी कोटवा जिला मोतीहारी, बिहार हाल निवासी राजीव नगर, रिस्पनापुल थाना नेहरू कॉलोनी के रूप में की।
मुनटुन भगत द्वारा पुलिस टीम को बताया गया कि मृतका अपने अपने बड़े भाई सुभाष भगत तथा सन्दीप भगत के साथ अक्टूबर माह में देहरादून घुमने आयी थी तथा नवम्बर माह के प्रथम सप्ताह में अपने भाई सन्दीप के साथ वापस बिहार चले गयी थी। जिस पर संदिग्धता के आधार पर एक टीम को तत्काल मृतका के गृह जनपद मोतीहारी बिहार रवाना किया गया।
पुलिस टीम द्वारा बिहार में मृतका के भाई सन्दीप भगत से सख्ती से पूछताछ की तो उसने सच उगल दिया। उसने बताया कि मृतका रीना की 6 नवंबर को देहरादून में अपने बड़े भाई सुभाष भगत व भाभी फूलकुमारी के साथ मिलकर हत्या कर दी थी। पुलिस टीम 22 दिसंबर को संदीप भगत को बिहार से गिरफ्तार कर ट्राजिंट रिमाण्ड पर देहरादून लाया गया व घटना मे संलिप्त अन्य आरोपियों सुभाष भगत व फूलकुमारी को 23 दिसंबर देहरादून में राजीव नगर रिस्पना पुल से गिरफ्तार किया गया।
इसलिए की हत्या
पूछताछ में आरोपी सन्दीप ने बताया कि मेरी बहन रीना, जिसकी उम्र 18 वर्ष थी, वह हमारे कहने सुनने में नहीं थी और कई बार पहले भी घर से रात- रात भर गायब रहती थी। जिस कारण हमारी गांव में काफी बेईज्जती हो रही थी। वह गांव के ही हमसे छोटी जात के लड़के के साथ घूमती फिरती थी, हमारे काफी मना करने पर भी वह नहीं मानी और उसी लड़के के साथ शादी करने की जिद लगाए बैठी थी। जिस कारण गांव में हमारे बिरादरी समाज द्वारा हमें बेदखलकरने की धमकी दी जा रही थी, तो 26 अक्टूबर को मैं और मेरा भाई सुभाष, रीना को लेकर देहरादून सुभाष के किराए के कमरे पर राजीव नगर देहरादून आये। देहरादून आने पर भी रीना लगातार फोन के माध्यम से अपने प्रेमी से बात कर रही थी जिस कारण यहां भी हमारा आपस में काफी झगड़ा हुआ। रीना की हरकतों से तंग आकर 6 नवंबर में अपने भाई सुभाष व भाभी फूलकुमारी के साथ रीना को घुमाने के बहाने से सौड़ा सरौली के जंगलों में ले गया। जहां पर सुनसान जगह पर मौका पाकर सुभाष ने उसका गला दबाया और मैने तथा मेरी भाभी फूल कुमारी ने उसके हाथ पैर पकड़े। उसे गला दबाकर मारने के बाद हमने रीना के शव को वहीं जगंल में पत्थरों से दबा दिया। रीना की हत्या करने के पश्चात मैं उसी दिन ट्रेन से अपने गांव बिहार चला गया और मेरा भाई व भाभी राजीव नगर में अपने किराए के कमरे पर आ गए। देहरादून में रहने वाले हमारे परिचितों को सुभाष और फूल कुमारी द्वारा बताया गया कि मैं और रीना बिहार चले गए हैं। इसी तरह गांव में लोगों को मैने यह बताया कि रीना देहरादून में ही रह रही है।
पुलिस टीम में ये रहे शामिल
1- अमरजीत सिंह, थानाध्यक्ष रायपुर
2-व.उ.नि.आशीष रावत, थाना रायपुर
3-राजेन्द्र कुमार, चौकी प्रभारी मालदेवता थाना रायपुर
4- हे.का.प्रो. तेजपाल सिह, थाना रायपुर
5-कानि. अरविन्द भट्ट, थाना रायपुर
6-कानि. दीप प्रकाश, थाना रायपुर
7- का. सौरभ वालिया, थाना रायपुर
8- का. प्रदीप कुमार, थाना रायपुर
9- कानि कर्णपाल सिंह, थाना रायपुर
10- कानि मीना सकलानी, थाना रायपुर
11- कानि रजनी तिवारी, थाना रायपुर
सर्विलांस टीम
1- कानि- आशीष शर्मा
2- कानि- किरन