उत्तराखण्ड

परिवहन मंत्री ने किया आई-रैड का शुभारम्भ

देहरादून : प्रदेश के परिवहन मंत्री चंदन राम दास की अध्यक्षता में मंगलवार को देवेन्द्र शास्त्री भवन, सचिवालय में राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक आयोजित हुई। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेश में सड़क दुर्घटना एवं मृत्यु दर को कम करने के लिये आई-रैड (एकीकृत सड़क दुर्घटना डाटाबेस) परियोजना का शुभारंभ भी किया। परिवहन मंत्री ने बताया कि इससे दुर्घटना के कारणों की सही जानकारी होने से आवश्यक सुधारात्मक उपाय किये जा सकेंगे। जिससे दुर्घटनाओं में कमी आयेगी।
आई-रैड परियोजना सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार की परियोजना है। जिसे परिवहन विभाग के डाटाबेस वाहन व सारथी से इन्टीग्रेटिड किया गया हैं।  पोर्टल में अन्तर्विभागीय वर्कफ्लो की व्यवस्था की गयी है। परियोजना में पुलिस विभाग, परिवहन विभाग, लोक निर्माण विभाग एवं चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग को जोड़ा गया है।
इस अवसर पर उन्होंने सड़क सुरक्षा एक पहल पुस्तक का विमोचन भी किया। उन्होंने सड़क सुरक्षा से सम्बन्धित जानकारियों का व्यापक प्रचार-प्रसार के लिये छात्र-छात्राओं व अध्यापकों का सहयोग लेने, पाठ्यक्रम में सड़क सुरक्षा सम्बन्धित जानकारी क्रमबद्ध तथा समेकित रूप से जोर दिये जाने के साथ ही समय समय पर अर्जित ज्ञान का मूल्यांकन की बात कही।
परिवहन मंत्री ने बैठक में राज्य में घटित सड़क दुर्घटनाओं, दुर्घटना के मुख्य कारण तथा पूर्व में परिषद की बैठक में दिये गये निर्देशों के अनुपालन की स्थित की समीक्षा की। उन्होंने कार्यदायी संस्थाओं लोनिवि, लोनिवि एनएच, एनएचआई, एनएचआईडीसीएल व बीआरओ द्वारा सड़क निर्माण से संबंधित आधारभूत सुविधाओं तथा रोड मार्किंग के कार्य की भी समीक्षा की। उन्होंने सभी कार्यदायी संस्थाओं से आधारभूत सुविधाओं, रोड मार्किंग, रोड़ साईनेज, ब्लैक स्पॉट से संबंधित कार्यों की प्रगति की समीक्षा कर अवशेष कार्यों को समयबद्धता के साथ पूर्ण करने के निर्देश दिये। इसके साथ ही उन्होंने चिन्हित दुर्घटना संभावित स्थलों का जनपद वार समीक्षा कर संबंधित कार्यदायी संस्थाओं को जल्द शेष सभी चिन्हित स्थलों में सुधार करने के निर्देश दिये। उन्होंने पैदल यात्रियों की सुरक्षा हेतु भी उचित निर्देश दिये।
उन्होंने कहा कि जनपदों के विभिन्न मार्गों पर ऐसे मार्ग चिन्हित किये जायं जहां तीव्र गति से दुर्घटनाएं हो रही है, उन्होंने उक्त सभी स्थलों पर स्पीड डिटेक्शन कैमरे लगाने, अत्याधुनिक तकनीकी के प्रयोग को बढ़ावा देने के निर्देश भी दिये। उन्होंने राज्य में उपलब्ध समस्त निजी एवं सरकारी एम्बुलेन्स वाहनों को 108 से जोड़ने तथा जनपद में सर्वाधिक दुर्घटना वाले स्थलों पर एम्बुलेन्स की तैनाती करने, गोल्डल ऑवर में दुर्घटना पीड़ितों को शीघ्र चिकित्सा उपलब्ध कराये जाने के भी निर्देश दिये।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि लोगों की जिन्दगी बचाना हम सब की जिम्मेदारी है। उन्होंने सड़क दुर्घटना रोकने के लिए आवश्यक उपाय अपनाने एवं दुर्घटना होने की स्थिति में परिवहन, पुलिस, लोनिवि एवं स्वास्थ्य विभाग को रिस्पांस टाईम न्यूनतम करने हेतु लगातार प्रयास किए जाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने सड़क सुरक्षा हेतु सभी स्कूलों में अनिवार्य रूप से जागरूकता कार्यक्रमों को करने तथा जागरूकता कार्यक्रमों को और विस्तृत रूप से करने के निर्देश भी दिये। चारधाम यात्रा मार्ग पर मेडिकल, शौचालय सीसीटीवी कैमरों की उचित व्यवस्था कराने के भी उन्होंने निर्देश दिये। चार धाम यात्रा में संचालित समस्त व्यवसायिक यात्री वाहनों के लिए ग्रीनकार्ड एवं ट्रिपकार्ड प्राप्त करना अनिवार्य करने से यात्रा सुचारू रूप से गतिमान है। उन्होंने सड़कों की दशा सुधारने के सम्बन्ध में और सड़क सुरक्षा उपाय यथा-क्रैश बैरयर, रोड मार्किंग, साईन बोर्ड, स्पीड कामिंग उपाय, चालक के विश्राम स्थलों का विकास आदि कार्य भी समयबद्ध रूप में किये जाने और जिन मामलों में अभी डीपीआर बन रही है, उनमें डीपीआर तैयार करते हुए कार्यवाही प्राथमिकता के आधार पर प्रारम्भ किये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने विभिन्न विभागों एवं अधिकारियों से आपसी समन्वय कर निरन्तर सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक रहने और जानमाल के बचाव का आहवान किया गया।

बैठक में अरविन्द सिंह ह्यॉंकी, सचिव, परिवहन, एचसी सेमवाल, सचिव, आबकारी, वीके सुमन, प्रभारी सचिव, शहरी विकास, मुख्तार मोहसिन, पुलिस उपमहानिरीक्षक निदेशक, यातायात सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।

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